Ambikapur वालों के लिए खास: योग अब सिर्फ आसन नहीं, एक सुपरपावर है!
- Surguja Socials
- Jun 20
- 3 min read

हर साल 21 जून को पूरी दुनिया "अंतरराष्ट्रीय योग दिवस" (International Yoga Day) के रूप में मनाती है। यह केवल एक तारीख नहीं है — यह भारतीय संस्कृति, शरीर-मन संतुलन और वैश्विक स्वास्थ्य का उत्सव है। इस वर्ष भी, Surguja और Ambikapur में योग दिवस को लेकर खास तैयारियाँ चल रही हैं, और हर आयु वर्ग में जागरूकता का उत्साह दिखाई दे रहा है।
Ambikapur के नगर निगम मैदान, स्कूल-कॉलेज, और विभिन्न वेलनेस सेंटरों में योग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित होने जा रहे हैं। सरकारी विभागों के अलावा कई निजी संस्थान भी सुबह 6 बजे से सामूहिक योग सत्र का आयोजन कर रहे हैं, ताकि सरगुजा के लोग न केवल शारीरिक रूप से फिट रहें बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनें।
🌿 योग का मूल उद्देश्य क्या है?
योग केवल आसन या एक्सरसाइज नहीं है। यह शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। Surguja जैसे भागों में, जहाँ प्राकृतिक वातावरण और जनजीवन अब भी सहज और सरल है, योग अभ्यास जीवनशैली का हिस्सा बन सकता है — और बन रहा है।
🤩 योग से जुड़े कुछ मजेदार तथ्य
योग की शुरुआत भारत में 5000 साल पहले हुई थी, लेकिन अब यह 180+ देशों में प्रैक्टिस किया जाता है।
अमेरिका में हर साल करीब 3.6 बिलियन डॉलर से ज़्यादा योग से जुड़े सामान (मैट, कपड़े, कोर्सेज़) पर खर्च होते हैं।
योग की सबसे लंबी प्लैंक पोज़ (अर्धफलकासन) का वर्ल्ड रिकॉर्ड 9 घंटे 30 मिनट है।
जापान में बच्चों के स्कूलों में अब योग एक नियमित विषय की तरह सिखाया जा रहा है।
Google में हर साल "Best Yoga for Stress" और "Yoga for Back Pain" जैसे कीवर्ड्स करोड़ों बार सर्च होते हैं।
🧠 आधुनिक जीवन में योग की जरूरत क्यों बढ़ी?
Surguja और Ambikapur जैसे शहरों में भी अब तनाव, बैकपेन, मोबाइल ऐडिक्शन और स्लिप डिसऑर्डर आम समस्याएँ बनती जा रही हैं। स्कूल जाने वाले बच्चे हों या स्मार्टफोन पर बैठे बुजुर्ग — सभी को शरीर और मन को फिर से 'रीसेट' करने की ज़रूरत है। यहाँ योग की भूमिका बेहद अहम हो जाती है।
आज के दौर में योग:
मानसिक थकान को कम करता है
नींद को बेहतर करता है
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
आत्मविश्वास और फोकस को मजबूत करता है
🙌 Surguja में युवाओं के बीच योग की नई पहचान
अब अंबिकापुर के कॉलेजों में भी योग क्लब बनने लगे हैं। स्कूलों में हर हफ्ते योग सत्र अनिवार्य किया गया है। सरगुजा मेडिकल कॉलेज, न्यू गवर्नमेंट स्कूल्स और निजी संस्थाओं में योग को लेकर जो ऊर्जा दिख रही है, वह आने वाले भविष्य का संकेत है।
इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर भी Surguja के कई युवा योग को ट्रेंड बना रहे हैं — "योग विद स्माइल", "योगा ऑन छत्तीसगढ़ी धुन", जैसे हैशटैग्स के साथ रील्स बनाकर लोग न केवल अभ्यास कर रहे हैं बल्कि दूसरों को प्रेरित भी कर रहे हैं।

🏞️ Ambikapur का वातावरण और योग का जुड़ाव
Ambikapur की सुबह — हलकी धुंध, पक्षियों की आवाज़ और शांत वातावरण — योग के लिए आदर्श है। मैनपाट, लखनपुर, सीतापुर जैसी जगहें, जो पहले टूरिज़्म के लिए जानी जाती थीं, अब योग रिट्रीट्स और माइंडफुलनेस कैंप के लिए भी पसंद की जा रही हैं।
📣 योग दिवस का संदेश — सरगुजा से विश्व तक
इस योग दिवस पर Surguja Socials सभी नागरिकों से अपील करता है कि कम से कम 15 मिनट योग को अपने दिन का हिस्सा बनाएं। यह कोई भारी रूटीन नहीं, बल्कि जीवन को हल्का करने का सबसे सरल उपाय है।
Surguja और Ambikapur की भूमि सदियों से ऊर्जा और संतुलन की धरती रही है — और अब समय है कि हम इसे फिर से जीने लगें।
📸 अगर आप भी अपने योग दिवस की तस्वीरें या रील्स शेयर करना चाहते हैं, तो हमें Instagram पर टैग करें और पोस्ट भेजें — Surguja Socials आपकी कहानी को हाइलाइट करेगा।









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